पी.एम.ए. क्या है?
पी.एम.ए. पॉजिटिवमेंटल एटीट्यूड का संक्षिप्त रूप है; लेकिन यह जीवन के आशावादी दृष्टिकोण से भी बढ़कर बहुत कुछ है। जब आप इसे अच्छी तरह समझते हैं और इसे सही तरह से लागू करते हैं तो आप देखेंगे कि यह वास्तव में एक चौतरफा प्रक्रिया है। उसमें शामिल हैं—
- सोचने का एक सही और संतुलित तरीका,
- एक सफल चेतना,
- जीवन का एक समावेशी दर्शन और
- सही कार्यों व प्रतिक्रियाओं द्वारा इसे करते रहने की क्षमता।
नेपोलियन हिल ने पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूड को इस तरह से परिभाषित किया है, ‘‘यह मन की एक विश्वासपूर्ण, सही और रचनात्मक अवस्था है, जो कोई भी व्यक्ति चुनने के अपने तरीके द्वारा निर्माण करता है और उसे बनाए रखता है। इसे वह अपने अनुकूलन प्रेरणा के आधार पर अपनी इच्छा-शक्ति के संचालन द्वारा करता है।’’
डब्ल्यू-क्लेमेंट स्टोन ने आगे बताया, ‘‘पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूड किसी भी परिस्थिति या परिस्थितियों के प्रति सही उचित सोच, क्रिया या प्रतिक्रिया है। उदाहरण के लिए-विचार, कार्य और प्रतिक्रिया, जो ईश्वर के नियमों या आपके साथी मनुष्य के अधिकारों का हनन नहीं करते हैं, जिनके पास पी.एम.ए. है।’’
स्टोन ने आगे इसकी व्याख्या की है, ‘‘आप अपने वंश, परिवेश, शरीर, चेतन व अवचेतन मन, विशेष स्थिति, समय एवं स्थान की दिशा और इससे भी बढ़कर बहुत सारी चीजें, जिसमें ज्ञात-अज्ञात शक्तियाँ भी शामिल हैं, के फल हैं, जब आप पी.एम.ए. के साथ सोचते हैं तो आप इनमें से कोई या सभी तथ्यों को प्रभावित, नियंत्रित प्रयोग कर सकते हैं, उनके साथ तालमेल बिठा सकते हैं और भाग्य बदल सकते हैं। आप शरीर के साथ मस्तिष्क हैं।’’
इसलिए पी.एम.ए. क्या है? पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूड की धारणा को बनानेवाले इन तीन शब्दों के अर्थों की जाँच कीजिए ः
पॉजिटिव (सकारात्मक)—पी.एम.ए. ‘प्लस’ विशेषताओं जैसे ईमानदारी, विश्वास, प्यार, निष्ठा, आशा, आशावादिता, साहस, पहल, उदारता, परिश्रम, दयालुता और अच्छी सहज बुद्धि से जुड़ी एक शक्ति है, बल है।
मेंटल (मानसिक)—पी.एम.ए. मस्तिष्क से जुड़ा एक बल है, न कि शरीर से। आप शरीर के साथ मस्तिष्क हैं। आपकी नियंत्रण क्षमता आपके मस्ष्तिक में है।
एटीट्यूड (भाव)—पी.एम.ए. सही भावों पर निर्भर करता है, जो आपकी भावनाएँ हैं या आपके मनोभाव हैं। मनोभाव का संबंध आपकी आपके प्रति, दूसरों के प्रति, स्थितियों व परिस्थितियों या वस्तुओं के प्रति मौलिक भावनाओं से है।
शब्द ‘पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूड’ के तीन आरंभिक अक्षरों से बना पी.एम.ए. वह चेपक है, जो आपकी सभी अतिरिक्त विशेषताओं को बाँधता है, वह शक्ति-स्रोत, जो आपको एक ऐसा व्यक्ति बनाता है, जो कोई चीज और सबकुछ हासिल कर सकता है, जब तक कि आपकी इच्छा या आप जो कुछ भी करते हैं, वह ईश्वर के नियमों का उल्लंघन नहीं करता है या दूसरों के अधिकारों का हनन नहीं करता है। सीधे शब्दों में, पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूड मस्तिष्क की वह सही दशा है, जो आवश्यक रूप से सही कार्यों व प्रतिक्रियाओं की ओर प्रेरित करती है।
पी.एम.ए. वह सहारा देनेवाली चीज या स्थिरक है, जिसकी हमें और आप सभी को अपने जीवन की किन्हीं भी प्रतिकूलताओं का सामना करने के लिए जरूरत होती है। जहाज पर स्थिरक आघात को सहनेवाले एक उपक्रम के रूप में काम करता है—एक प्रकार का सहारा देनेवाला उपक्रम, जो उफनते समुद्र में भी जहाज को स्थिर बनाए रखता है। मुझे ऐसे ही उफनते समुद्र में की गई एक यात्रा की याद आती है; लेकिन जहाज में लगे स्थिरक के कारण वह यात्रा अति सुखद थी और किसी भी तरह तकलीफदेह नहीं थी। कई वर्षों पहले इस प्रकार की एक यात्रा में जहाज में कोई स्थिरक नहीं था और यह यात्रा अत्यंत उथल-पुथल भरी थी। सही में उथल-पुथलपूर्ण यात्रा, लेकिन स्थिरक, चाहे वह जाइरोस्कोप हो या कुछ और, यदि उसका प्रयोग नहीं किया जाता है तो वह बेकार है।
और पी.एम.ए. के साथ भी यही बात है। इसे भी विकसित किया जाना चाहिए और इसका प्रयोग किया जाना चाहिए। वे लोग, जो अपने जीवन और काम के प्रति पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूड विकसित नहीं करते हैं, वे खुश नहीं रहते हैं। कई लोगों को मानसिक बीमारियाँ हो जाती हैं और वे शीघ्र घबरा जाते हैं; क्योंकि वे जीवन में आनेवाली परेशानियों के सामने हथियार डाल देते हैं। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति अपने प्रियजनों और साथियों के लिए भी मुसीबतें खड़ी करते हैं।
सकारात्मक विचारों का विकास करके और नकारात्मक विचारों को निकाल करके आप एक प्रभावशाली व प्राकृतिक स्थिरक का प्रयोग करते हैं, जो किसी भी मशीनी जाइरोस्कोप से कहीं अधिक श्रेष्ठ होता है। आप में अपने विचारों को दिशा देने, अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने और इस तरह अपने-अपने भाग्य को बदलने की शक्ति है।